जिंदगी का सफ़र कितना ही रोमांचक हो, दिल के अंदर हमेशा कुछ न कुछ है जो भड़कता रहता है। ये उम्मीदें, ये सपने, "बोल अनकहे" ("वो लफ्ज़ जो दिल में थे, अब ज़ुबां पर हैं…") बोल अनकहे, वो लफ़्ज़ जो दिल में थे, ज़ुबाँ पे आए, हर जख़्म ने हौले से कहा, अब तो कुछ बतलाए। खामोशियों की जुबान थी जो, वो आज ग़ज़ल बन गई, तेरी यादों ने जब छुआ, तो हर बात सवाल बन गई। ये लक्ष्य, सब ज़ुबान पर आते हैं। जब हम इनको शब्दों में ढाल पाते हैं, तब ही ये हमारे भीतर की रूह को दूसरों तक पहुँचा पाते हैं।
हर कहानी दिल की उमंगें से शुरू होती है और ज़ुबान पर आकर एक नया अध्याय लेखन करती है।
अनकहे वचन, ग़ज़ल बन गए
हर दिल निकलते उद्घाटन, जो शब्दों में गूंजती हैं, वे एक रचना का रूप लेते हैं। यह धुन अनकहे वचनों को जीवित करता है, और उन्हें शब्दों में बदल देता है।
एक ग़ज़ल , यह सब अनुभवों का संग्रह है, जो व्यक्तित्व से भरपूर होता है।
यह जख्म से कहानी
प्रत्येक जख्म एक कहानी है। वह कहानी सुनाई देती है, निरशा को उजागर करती है और संसार के साथ हमारे सौदा को प्रकट करती है। हर चोट, चाहे वह मानसिक हो, हमें जागरूक बनाती है और ज्ञान का मार्ग प्रशस्त करती है।
- कुछ जख्म दिखाई देता है, यदि
- उस कहानी सुनना ज़रूरी है।
मौन जख्मों की भी यह कहानी होती है, जो
यादों में खोई बातें
यहाँ कुछ कहानियाँ हैं जो समय के साथ छूट गईं. कल हमारे जीवन की अनोखी बातें भी कुछ नजरअंदाज कर दी जाती हैं. क्या आप कभी सोचते हैं कि ये कहानियाँ हमें क्या बताने की कोशिश कर रहे हैं?
ये कहानियाँ हमें हमारे वर्तमान से जुड़ने में मदद करती हैं. वे हमें खुद को और बेहतर समझने में मदद करती हैं.
खामोशियों का अंत , शब्दों का उदय
एक समय था जब अँधेरा , जब जीवन खामोश रह गया था. परंतु यह अंधेरा बहुत देर तक नहीं रहा. एक दिन, शब्दों का उदय हुआ. जीवन फिर से बोलने लगा . अब शोर आसमान में गूंज रहा है.
जुबाँ पे हौले से कहानी
यह कहानियाँ एक प्राचीन जगह में लिखी है। हर पंक्ति| हर शब्द इसमें एक मज़बूती छिपा हुआ है, जो आत्मा को छू जाता है। यह संसार हमें बचाने में मदद करती है, और हमें नए सपने दिखाती है। आइये| हमारे साथ इस कहानी की अवधारणा को समझते हैं, और दुनिया को एक अनुभव दें।